महापर्व सूर्य उपासना डाला छठ पर्व संध्याकाल अर्घ्य वाराणसी| महापर्व सूर्य उपासना डाला छठ पर्व का आज तीसरा दिन है
नहाए-खाए और खरना के बाद इस महापर्व में आज संध्याकाल में डूबते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है|
पहले दिन भगवान सूर्य और छठी मैय्या की विधिवत पूजा की जाती है. फिर शाम के समय अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने की पुरानी परंपरा है. कहते हैं सूर्य देव की उपासना से संतान प्राप्ति, संतान की रक्षा और सुख समृद्धि का वरदान मिलता है| आपको महापर्व सूर्य उपासना डाला छठ पूजा पर्व पर तीसरे दिन की वाराणसी के मुख्य घाट पूजन विधि और संध्या अर्घ्य के कुछ दृश्य दिखाते हैं
Hanuman chalisa pdf (सभी भाषाओं में उपलब्ध). यह श्लोक बताता है कि जब हम भगवान के पक्ष में खड़े होते हैं, तो हमारी छोटी सी कोशिश भी संपूर्ण ब्रह्मांड को गूंजा सकती है।. Stock control through stocktaking hindi.