चन्दौली (चकिया), 11 जुलाई 2025:
आज दोपहर भारी बारिश के बीच चकिया ब्लॉक के डीसी (मनरेगा) ने लठियाकला गांव में चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। यह कार्रवाई गांववासियों के शुरूआती विरोध और ग्राम पंचायत पर ठगी के आरोप के बाद हुई है।
🔍 प्रमुख अनियमितताएँ
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ग्राम प्रधान द्वारा प्रस्तुत चार हैंडपंप री-बोर रहे, लेकिन जांच में सामने आया कि इनमें से किसी पर भी पुनः डिगिंग या नया हैंडपंप नहीं लगाया गया।
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गाँव के 1500 मीटर लंबे कच्चे रास्ते का फर्जी बिल पास हुआ, कहीं काम ही नहीं हुआ।
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प्रधान प्रतिनिधि ने आरोप स्वीकारा, लेकिन ठोस प्रमाण नहीं दे पाए।
ग्रामीणों की शिकायत
ग्रामीणों ने जोर देकर कहा कि एक ही कार्य के बार-बार बिल पास किए गए, और पटरी मरम्मत व रोड निर्माण में हजारों रूपये “नाम मात्र” खर्च दिखाए गए। स्थानीय लोगों की मानें तो बीडीओ और ग्राम सचिव की मिलीभगत से यह धांधली योजना संभव हुई।
डीसी की कार्रवाई
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मौके पर उपस्थित डीसी ने काम ना होने की बात स्वीकार की।
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उन्होंने ग्राम प्रधान से सख्त प्रतिक्रिया ली और स्वतंत्र जांच के निर्देश दिए।
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यह कदम राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के अनुरूप बताया जा रहा है।
अगला कदम
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उच्चाधिकारी जल्द फर्जी हाजिरी और वित्तीय गड़बड़ियों की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
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दोषी पाए जाने पर पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और धन वसूली की तैयारी हो रही है।
📰 निष्कर्ष:
यह घटना स्पष्ट करती है कि मनरेगा योजनाओं में भ्रष्टाचार की तह गहरी है, लेकिन अधिकारियों की सक्रिय जाँच से पारदर्शिता व जवाबदेही की उम्मीद जगी है। ग्रामीणों की सतर्कता व प्रशासन की प्रतिक्रिया ने इस घोटाले को उजागर कर भविष्य के लिए एक सशक्त संदेश दिया है।
हरिशंकर तिवारी
वरिष्ट जिला संवाददाता चन्दौली