रिश्तों का काला सच: जिसने हनीमून पर अपने पति को मार डाला!

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हनीमून पर खून के धब्बे: राजा रघुवंशी हत्याकांड और रिश्तों का काला सच

शादी, हनीमून, जंगल में हत्‍या..और हत्‍यारिन निकली पत्‍नी? आखिर कैसे समझें रिश्तों में ईमानदारी और प्‍यार है या नहीं! - Honeymoon murder, Shillong crime, wife arrested, contract killing, Raja Raghuwanshi case

एक खुशहाल शुरुआत, एक खौफनाक अंत

राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी – एक युवा जोड़ा, जो प्यार और सपनों के साथ हनीमून पर निकला था। शिलांग के खूबसूरत पहाड़, झरनों और घाटियों के बीच एक नई जिंदगी की शुरुआत होनी थी। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। जिस हनीमून को प्यार का प्रतीक बनना था, वह राजा की मौत का मंच बन गया। यह कहानी सिर्फ एक हत्याकांड की नहीं है, बल्कि रिश्तों में पल रहे धोखे, साजिश और विश्वासघात के उस काले सच की है, जिसे अक्सर हम नजरअंदाज कर देते हैं।

शुरुआत में एक गुमशुदगी, फिर हत्या का रहस्य

जब राजा की मौत की खबर आई, तो पहले सोनम की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज हुई। पुलिस ने सोचा कि यह कोई सामान्य लापता होने का मामला है। लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, परतें खुलती गईं और जो सच्चाई सामने आई, उसने सबको चौंका दिया। यह एक दुर्घटना नहीं थी, बल्कि एक सोची-समझी, ठंडे दिमाग से की गई हत्या थी।

मुख्य आरोपी: खुद पत्नी सोनम

इस पूरे मामले की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि राजा की हत्या की मुख्य साजिशकर्ता कोई और नहीं, बल्कि उनकी अपनी पत्नी सोनम रघुवंशी निकली। जी हाँ, वह सोनम, जो राजा के साथ हनीमून पर थी। पुलिस जांच में पता चला कि सोनम का राज कुशवाहा नाम के एक शख्स से अफेयर चल रहा था। इसी अवैध संबंध को कायम रखने के लिए सोनम और राज ने मिलकर राजा को रास्ते से हटाने की खौफनाक योजना बनाई।

कैसे बुनी गई साजिश?

  • हनीमून का बहाना: पुलिस के अनुसार, सोनम ने खुद ही राजा के साथ शिलांग के लिए हनीमून के टिकट बुक किए थे। यह सिर्फ राजा को उस जगह तक ले जाने का एक बहाना था, जहाँ उनकी हत्या को अंजाम दिया जा सके।
  • कॉन्ट्रैक्ट किलर्स की एंट्री: राज कुशवाहा के साथ मिलकर, सोनम ने कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को हायर किया। ये वो लोग थे जिन्हें राजा की हत्या के लिए पैसे दिए गए थे।
  • प्लानिंग और एग्जीक्यूशन: शिलांग पहुंचने के बाद, राजा को एक सुनसान जगह पर ले जाया गया जहाँ हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया। आनंद नाम के एक हमलावर ने राजा पर पहला वार किया, जिससे उनकी मौत हो गई।

पुलिस की जांच और अहम खुलासे

यह मामला इतना जटिल था कि इसमें तीन राज्यों की पुलिस – मध्य प्रदेश, मेघालय और उत्तर प्रदेश पुलिस – को मिलकर काम करना पड़ा।

  • कॉल डिटेल्स का महत्व: पुलिस ने सोनम और राजा दोनों के कॉल डिटेल्स खंगाले। पता चला कि सोनम के पास दो फोन थे और वह हनीमून के दौरान लगातार राज कुशवाहा और अन्य संदिग्धों से संपर्क में थी, अपनी लोकेशन भी साझा कर रही थी। यही कॉल डिटेल्स पुलिस के लिए सबसे बड़ी लीड बनीं।
  • ढाबे का फोन और सोनम की गिरफ्तारी: हत्या के बाद सोनम फरार हो गई। जब उसे भनक लगी कि उसके साथी पकड़े गए हैं, तो वह गाजीपुर-बनारस हाईवे पर एक ढाबे पर पहुंची। वहाँ उसने ढाबे वाले साहिल यादव से फोन मांगा और अपने परिवार को वीडियो कॉल किया। इसी वीडियो कॉल ने सोनम की लोकेशन पुलिस तक पहुंचा दी। इंदौर पुलिस की सूचना पर गाजीपुर पुलिस ने तड़के उसे गिरफ्तार कर लिया। उस समय सोनम के पास न तो कोई फोन था और न ही कोई बैग, जो उसकी भागने की कोशिश को दर्शाता है।

कौन-कौन गिरफ्तार हुआ?

इस मामले में अब तक कुल चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं:

  1. सोनम रघुवंशी: राजा की पत्नी और हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता।
  2. राज कुशवाहा: सोनम का प्रेमी और इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड।
  3. विक्की ठाकुर: कॉन्ट्रैक्ट किलर।
  4. आनंद: कॉन्ट्रैक्ट किलर, जिसने राजा पर पहला वार किया।

हालांकि, एक और आरोपी विशाल चौहान अभी भी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।

एक मां का दर्द और आखिरी बातचीत

राजा की मां ने इस पूरे मामले में सोनम पर आरोप लगाया है कि उसने जबरन राजा को शिलांग जाने के लिए मनाया था। उनकी आंखों में आंसू और जुबान पर बेटे को खोने का दर्द साफ दिख रहा था। पुलिस ने राजा और उनकी मां के बीच हुई आखिरी बातचीत का ऑडियो भी जारी किया है, जिसमें राजा अपनी मां से सामान्य बातें कर रहे हैं, अपनी लोकेशन बता रहे हैं, और फोन में नेट न चलने की शिकायत कर रहे हैं। उस मासूम शख्स को जरा भी इल्म नहीं था कि यह उनकी आखिरी बातचीत है।

रिश्तों का बदलता चेहरा और एक कड़वी सच्चाई

यह हत्याकांड हमें कई गंभीर सवाल पूछने पर मजबूर करता है। एक पति-पत्नी का रिश्ता, जो विश्वास और प्रेम की नींव पर टिका होता है, क्या इतना खोखला हो सकता है कि उसे खत्म करने के लिए ऐसी खौफनाक साजिश रची जाए? यह घटना समाज को एक बार फिर रिश्तों में पनप रहे धोखे, लालच और हिंसा के प्रति आगाह करती है।

राजा रघुवंशी को न्याय दिलाने और फरार आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस अपना काम कर रही है। लेकिन इस कहानी ने जो जख्म दिए हैं, उन्हें भरने में बहुत समय लगेगा। यह एक रिमाइंडर है कि कभी-कभी सबसे गहरे घाव अपनों से ही मिलते हैं।

क्या कहते हैं आप इस मामले पर? अपनी राय कमेंट्स में जरूर साझा करें।

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